Lyrics to Intezaar
फिर कहीं दिल ने मेहसूस किया था
एक दफ़ा फिर से ज़िंदा ये हुआ था
नज़र जो आया तू, तो जीना आया
नज़र से फिर क्यूँ तू घूम हो गया पल में ही?
हाँ, तेरा इंतज़ार है, कहाँ क़रार है?
है तेरी आस ही दिल को, हाँ, बेशुमार है
बयाँ करूँ कैसे? तेरा इंतज़ार है
तेरा इंतज़ार है, तेरा इंतज़ार है
ना मेरी कमी, ना तेरी ख़ता
मोहब्बत में दोनों ने पाई सज़ा
दिल में नहीं वफ़ाएँ थी कम
मगर वक़्त हमपे ना था मेहरबाँ
किसी कहानी में तू होगा मेरा
हाँ, उस कहानी में मिलना मुझे फिर कहीं
हाँ, तेरा इंतज़ार है, कहाँ क़रार है?
है तेरी आस ही दिल को, हाँ बेशुमार है
बयाँ करूँ कैसे? तेरा इंतज़ार है
तेरा इंतज़ार है, तेरा इंतज़ार है
तेरा इंतज़ार है
तेरा इंतज़ार है
तेरा इंतज़ार है